Airborne transmission
Airborne transmission of the Coronavirus has been confirmed. This Coronavirus is a heterotrophic virus. It spreads primarily through the air, not through water or another direct contact with people. The Coronavirus causes a high fever, severe headache, and body aches, severe dehydration, and eventually – death.
WHO के अनुसार
Coronavirus एयरबर्न ट्रांसमिशन WHO के अनुसार (Aerosol) संक्रमण एजेट के रूप में परिभाषित क्या जाता है यहाँ काफी समय तक हबा के संपर्क में बने रहते है सरल भाषा में कहे कोरोना वायरस का हबा में फेलना एरोसोल चिकित्सा प्रक्रियाओं के दोरान और बोलने आपस में बात करने से भी हो सकता है, लेकिन अभी इस पर रिसर्च चल रही है WHO ने अपडेट किया है एरोसोल उत्पन्न करने वाली चिकित्सा प्रतिक्रिया के दोरान एयरबोर्न ट्रांसमिशन हो सकता है
Coronavirus is a lethal and highly contagious respiratory illness. While the risk of contracting the disease is low for the general population, anyone who has had contact with an infected person or has spent time in an area where the disease is occurring must take precautions like isolating themselves from others and limiting public gatherings.
For this reason, all airline passengers must travel with a lead individual who is prepared to take the patient off if necessary. The CDC recommends that any affected patient plan and arrange for care at an isolation facility, meaning it is critical that any traveling companion(s) is prepared and can be removed from the traveler in the event the patient develops symptoms.
देशी उपचार और सुझाव
Airborne Transmission का फैलाव बुखार आने से सुरु हो रहा है, अगर आपको बुखार आ रहा है और 5 – 6 दिनों में इसका इलाज होना आती आवश्यक है इस बीच देशी उपचार करते रहे जैसे :- कीवी फल का सेवन, पपीते का पत्ता बकरी के दूध में सेवन करें, और नीम कि पत्ती का सेवन करते रहना है, ये देशी उपाए अभी तक सभी पर असर कर रहा है ये देशी इलाज 4 – 5 दिन तक सुबह शाम करने से जल्दी रहत मिलेगी !
किये गए अध्यन के अनुसार एयरबोर्न वायरस 6 से 9 फिट कि दुरी तक फैलता है और बुँदे कुछ सतहे पर रह जाती है वायरस कुछ मिनट या कुछ घंटो तक स्थिर सतहों पर जिन्दा रहते है हम गलती से एसी सतहों को छुते है तो यह हमारे हाथ के संपर्क से मुह नाक चहरे पर बड़ी ही आसानी से पोहोच जाते है और इसी कारण हमारी स्वास के रासते शारीर के अन्दर पहोच जाते है
The Coronavirus that brought hundreds of thousands of people to their knees this week, is airborne. Meaning it can get anywhere in the world within 24-48 hours and what you think of as “Coronavirus” could actually be a case of measles. What’s more, for those who aren’t vaccinated, it could end up being deadly – even fatal.
When you think of airborne diseases, you think of flu. But measles is airborne as well and unlike flu, once you get a case of the disease you can’t stop developing it. So if you’re planning on attending an event or a concert at the University of Waterloo this week, keep in mind that just because someone sneezes or coughs during the show doesn’t mean they managed to drop a case of Coronavirus airborne around students who are only wearing their hoodies. Have a great night all and have a safe time on campus!
कनाडा में सांस की बीमारी के 3 पुष्ट मामलों के साथ एक कोरोनावायरस का प्रकोप बताया गया है। वायरस के कारण 33 अस्पताल और एक की मौत हो गई है। सौभाग्य से, सभी मामलों को यात्रा से जोड़ा गया है और विशिष्ट बाहरी गतिविधियों से नहीं। ”
कोरोना वायरस से बचाव और सावधानी कैसे करें !
सरकार के दिए हुये गाइड लाइन को अपनाये और और कुछ अपने आप अहेतियत बरते जैसे घर से जब भी बहार निकले मास्क लगा कर निकले किसी से बात करते बक्त मास्क लगा होना चाहिए चाहे वह व्यक्ति कितना ही खास क्यों न हो अगर किसी के संपर्क में आते हो तो अपने हाथो को साबुन या सेनेटाइजर से जरुर साफ करे और घर में कोई भी बाहर कि चीजे लाने के बाद सेनेटाइज़ जरुर करे !
If it is proved. So what to do?
Do not get out without a mask.
Thanks sir ji